नई दिल्ली। इज़राइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उसने ईरान में एक सटीक एयरस्ट्राइक के जरिए ईरानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी सईद इजादी को मार गिराया है। इजादी पर इज़राइल के खिलाफ साजिश रचने और हमास के साथ संपर्क रखने का आरोप था।
IDF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि –
“सईद इजादी, जो ईरानी सरकार की इज़राइल को तबाह करने की योजना का मास्टरमाइंड था, उसे ईरान के कोम क्षेत्र में एक सटीक हमले में मार दिया गया है।”
इजादी: हमास और ईरान के बीच संपर्क सूत्र
IDF के अनुसार, सईद इजादी, ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की कुद्स फोर्स में फिलिस्तीनी कोर का कमांडर था।
- वह ईरानी सैन्य कमांडरों और हमास के नेताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता था।
- इसके अलावा, हमास को ईरान से मिलने वाली आर्थिक मदद का प्रबंधन भी उसी के जिम्मे था।
- इजादी, लेबनान से संचालित हमास यूनिट्स को निर्देश देता था और गाज़ा पर हमास के नियंत्रण को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहा था।
कुद्स फोर्स का दूसरा कमांडर भी मारा गया
इज़राइल ने सिर्फ इजादी ही नहीं, बल्कि कुद्स फोर्स के हथियार ट्रांसफर यूनिट के कमांडर बेहनाम शहरीयारी को भी मार गिराया है।
- बेहनाम शहरीयारी ईरान से मध्य पूर्व में स्थित प्रॉक्सी ग्रुप्स को हथियार पहुंचाने का प्रमुख अधिकारी था।
- वह उन गतिविधियों में शामिल था, जिनका उद्देश्य इज़राइल को नष्ट करना था।
IDF का कहना है कि यह अभियान ईरानी शासन के बड़े सैन्य नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक बड़ी कार्रवाई है।
गाज़ा में मारा गया अली सादी वस्फी अल-आघा
इससे पहले 20 जून को, इज़राइल ने गाज़ा में मोजाहिदीन ब्रिगेड के वरिष्ठ कमांडर अली सादी वस्फी अल-आघा को भी मार गिराया था।
- आघा, साउथ गाज़ा ब्रिगेड का प्रमुख था और असद अबू शरीया की मौत के बाद उसे उत्तराधिकारी माना जा रहा था।
- वह इज़राइली ठिकानों पर कई हमलों में शामिल रहा है और अपने आतंकी समूह के लिए लड़ाके भर्ती करने का काम भी करता था।
निष्कर्ष:
इज़राइल की ये कार्रवाइयाँ दिखाती हैं कि वह अपने दुश्मनों के खिलाफ प्रत्यक्ष और निर्णायक कार्रवाई की रणनीति पर काम कर रहा है। ईरान और हमास के बीच संबंधों को निशाना बनाकर, इज़राइल मध्य पूर्व में अपनी सुरक्षा रणनीति को मजबूत करने की कोशिश में है।
(डिस्क्लेमर:इस लेख में दी गई जानकारी अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स और सार्वजनिक सूत्रों पर आधारित है। किसी भी पक्ष द्वारा की गई आधिकारिक पुष्टि या खंडन की स्थिति में विवरणों में बदलाव संभव है। कृपया अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि अवश्य करें।)