तेहरान/यरुशलम। ईरान और इजरायल के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। शुक्रवार (20 जून 2025) को तेहरान में एक इमारत पर हुए हमले में एक ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की मौत हो गई है। इजरायली मीडिया ने यह बड़ा दावा किया है। हालांकि इजरायली सेना ने इन रिपोर्ट्स पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
इजरायल के सरकारी प्रसारक ‘कान’ और अन्य स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। इस हमले ने ईरान और इजरायल के बीच तनाव को और अधिक बढ़ा दिया है।
अब तक 10 ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या
इजरायली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल अब तक ईरान के 10 परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या कर चुका है। हाल ही में मारे गए 10वें वैज्ञानिक को बाकी नौ वैज्ञानिकों की हत्या के तुरंत बाद निशाना बनाया गया। यह पूरी कार्रवाई गुरुवार और शुक्रवार की रात को अंजाम दी गई, जिसमें ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम, नतांज न्यूक्लियर साइट्स और ईरानी सैन्य नेतृत्व के शीर्ष अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया।
सोते हुए वैज्ञानिकों को बनाया निशाना
रिपोर्ट के मुताबिक, सभी वैज्ञानिकों को तब मारा गया जब वे अपने बिस्तरों पर सो रहे थे। इजरायल ने जानबूझकर एक साथ हमले की योजना बनाई ताकि किसी को भी समय न मिले अलर्ट करने का। इन वैज्ञानिकों को लगता था कि उनके घर सुरक्षित हैं, लेकिन इससे पहले भी कई वैज्ञानिक तब मारे गए थे जब वे अपने ऑफिस से निकलकर कार की ओर जा रहे थे।
लंबे समय से बना रहा था इजरायल निगरानी
इजरायल कई वर्षों से ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों पर नजर रख रहा था। इन 10 वैज्ञानिकों को मारने की योजना नवंबर 2024 में ही तैयार कर ली गई थी। अब जाकर इजरायल ने इसे अंजाम दिया है।
नेतन्याहू की स्पष्ट चेतावनी – अब पीछे नहीं हटेंगे
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही साफ कर चुके हैं कि ईरान को परमाणु शक्ति नहीं बनने देंगे। उन्होंने हाल ही में कहा था – “अब समय आ गया है कि ईरान को एक कड़ा संदेश दिया जाए। हम अब पीछे नहीं हटेंगे।”