बिटकॉइन ने बनाया नया रिकॉर्ड, अमेरिका में क्रिप्टो कानून की उम्मीदों से बढ़ी कीमत
“बिटकॉइन की कीमत $109,499 तक पहुंच गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। अमेरिका में क्रिप्टो नियमन पर बढ़ती स्पष्टता और ट्रेड डील ने निवेशकों में नई उम्मीदें जगाईं हैं। जानें पूरी खबर।”
बुधवार को बिटकॉइन ने अपना अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया, जिसकी बड़ी वजह अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कानून को लेकर निवेशकों के बीच बढ़ी उम्मीद और सकारात्मकता है।
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत बढ़कर (लगभग ₹91 लाख) तक पहुंच गई। यह आंकड़ा 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ के दिन बने पिछले रिकॉर्ड को भी पार कर गया।
क्रिप्टो कानूनों पर दिखा द्विदलीय समर्थन
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी नीति निर्माताओं ने डॉलर से जुड़ी स्थिर क्रिप्टोकरेंसी (जैसे स्टेबलकॉइन) को लेकर एक नए कानून पर द्विदलीय समर्थन दिखाया है। इसका सकारात्मक असर बिटकॉइन जैसे अन्य क्रिप्टो पर भी पड़ा है, जो सीधे डॉलर से जुड़ा नहीं है लेकिन इसका भविष्य नियमन से काफी हद तक प्रभावित होता है।
अनुकूल वैश्विक माहौल और ट्रेड डील से मिला समर्थन
बिटकॉइन की मजबूती की एक और वजह है वैश्विक स्तर पर बना अनुकूल आर्थिक माहौल। अमेरिका और उसके मुख्य व्यापारिक साझेदारों के बीच तनाव में कमी आई है, जिससे जोखिम वाले एसेट्स (जैसे क्रिप्टो) में निवेशकों की दिलचस्पी दोबारा बढ़ी है।
हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन के बीच हुई ट्रेड डील के बाद 8 मई को बिटकॉइन ने एक बार फिर $100,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार किया, जो फरवरी के बाद पहली बार हुआ।
ट्रंप ने चुनावी अभियान में दिया क्रिप्टो को समर्थन
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के चुनाव अभियान के दौरान क्रिप्टोकरेंसी को समर्थन देने का वादा किया था। हालांकि, उनकी नीतियों के तहत लगाई गई वैश्विक टैरिफ ने कभी-कभी बाजार में अनिश्चितता भी पैदा की।
बिटकॉइन कैसे बनता है?
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसे “माइनिंग” के ज़रिए बनाया जाता है। इसमें उच्च-शक्ति वाले कंप्यूटर बेहद जटिल गणितीय समस्याओं को हल करते हैं ताकि ब्लॉकचेन (blockchain) पर लेनदेन को वैध किया जा सके। यह प्रक्रिया पूरी तरह से छेड़छाड़-रहित (tamper-proof) होती है।
क्रिप्टोकरेंसी: आकर्षण और अस्थिरता दोनों का संगम
क्रिप्टोकरेंसी हमेशा से चर्चा में रही है — कभी अपने तेज़ उतार-चढ़ाव के लिए, तो कभी FTX जैसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के गिरने के कारण। फिर भी, निवेशकों की दिलचस्पी कम नहीं हुई है, और यह सेक्टर लगातार विकास के नए रास्ते तलाश रहा है।
बिटकॉइन की ऐतिहासिक छलांग यह दर्शाती है कि क्रिप्टो सेक्टर में विनियमन की स्पष्टता और वैश्विक व्यापारिक स्थिरता निवेशकों का विश्वास फिर से बहाल कर रही है। लेकिन, इसमें निवेश करने से पहले हर व्यक्ति को अच्छी तरह से जानकारी और जोखिम का मूल्यांकन अवश्य करना चाहिए।