नई दिल्ली/तेहरान/वॉशिंगटन। ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे युद्ध में अब अमेरिका ने भी सीधी दखल दे दी है। अमेरिका ने रविवार को ईरान पर हवाई हमला किया और उसके तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। इसकी पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि अमेरिका ने Fordo, Natanz और Esfahan जैसे अहम परमाणु स्थलों पर बमबारी की है।
अब यह युद्ध और भी गंभीर होता जा रहा है क्योंकि अब तीन बड़े देशों — ईरान, इज़राइल और अमेरिका — इसमें खुलकर शामिल हो चुके हैं।
ट्रंप बोले – “हमारा हमला बेहद सफल रहा”
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,
“हमने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बहुत सफलतापूर्वक हमला किया है। फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान पर पूरा बम पेलोड गिराया गया है। सभी विमान सुरक्षित ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं।”
उन्होंने अमेरिकी सैनिकों को बधाई देते हुए कहा,
“हमारे महान योद्धाओं को सलाम! दुनिया की कोई और सेना ऐसा नहीं कर सकती थी। अब शांति की दिशा में बढ़ने का समय है।”
ट्रंप आज रात 10 बजे (US समयानुसार) अमेरिका को संबोधित करेंगे।
क्या हाउती करेंगे अमेरिकी जहाजों पर हमला?
इस बीच, ईरान समर्थित यमन के हाउती विद्रोहियों ने चेतावनी दी है कि यदि ट्रंप प्रशासन इज़राइल के सैन्य अभियान में शामिल रहता है, तो वे रेड सी (लाल सागर) में अमेरिकी जहाजों पर फिर से हमले शुरू कर देंगे। मई में अमेरिका के साथ हुए एक समझौते के तहत इन हमलों को रोक दिया गया था।
9 दिनों में 400 से ज्यादा ईरानी मारे गए
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के जनसंपर्क प्रमुख हुसैन कर्मनपुर ने बताया कि बीते 9 दिनों में इज़राइली हमलों में 400 से अधिक ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है और 3,056 लोग घायल हुए हैं।
- इनमें से 2,220 लोगों का इलाज कर उन्हें छुट्टी दी गई है।
- 232 का मौके पर इलाज किया गया।
इज़राइल ने ईरान में तीन वरिष्ठ सैन्य कमांडरों को मारा
13 जून को इज़राइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े हवाई हमले किए थे। इन हमलों में कई वरिष्ठ सैन्य कमांडर और वैज्ञानिक मारे गए। जवाब में ईरान ने इज़राइल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किया।
इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार रात को उसने ईरान में तीन वरिष्ठ सैन्य कमांडरों को मार गिराया।