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White House Cyber Attack: ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ बनकर AI स्कैमर्स ने उड़ाया होश, फर्जी कॉल्स और मैसेज से मचाई हलचल

White House Cyber Attack

White House Cyber Attack:एक चौंकाने वाली घटना ने अमेरिका की साइबर सुरक्षा चिंताओं को और गहरा कर दिया है। अमेरिका सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों को हाल ही में कॉल और मैसेज मिले हैं — वो भी किसी ऐसे शख्स की ओर से जो खुद को सूज़ी वाइल्स बता रहा था। सूज़ी वाइल्स, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ हैं, पहले उनकी चुनावी टीम की प्रमुख रणनीतिकार भी रह चुकी हैं।

ये स्कैम सिर्फ किसी एक इंसान को टारगेट नहीं कर रहा, बल्कि यह एक खतरनाक AI-आधारित अभियान का हिस्सा है, जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और डिजिटल पहचान की चोरी को लेकर गंभीर चिंता पैदा करता है। कॉल और मैसेज इस कदर विश्वसनीय लगे कि कई अधिकारी भ्रमित और सतर्क हो गए।

AI से बनी नकली आवाज़ और सरकारी स्टाइल वाले मैसेज

White House Cyber Attack: इन फर्जी कॉल्स में जिस आवाज़ का इस्तेमाल किया गया, वह हूबहू सूज़ी वाइल्स जैसी लग रही थी — लेकिन माना जा रहा है कि वह AI से जेनरेट की गई थी। यही नहीं, मैसेज का अंदाज़ और भाषा भी व्हाइट हाउस की आधिकारिक संचार शैली जैसी ही थी।

यह धोखाधड़ी गवर्नर्स, सीनेटरों और कारोबारी नेताओं को निशाना बना रही थी, जिनका संपर्क नंबर शायद सूज़ी वाइल्स के फोन से हासिल किया गया था। हालांकि कॉल और मैसेज वाइल्स के नंबर से नहीं आए थे — जिससे यह साफ हो गया कि स्कैमर्स ने उन्नत स्पूफिंग तकनीकों का इस्तेमाल किया।

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, स्कैमर को वाइल्स के फोन से कॉन्टैक्ट डिटेल्स मिल गए थे।

ट्रंप की प्रतिक्रिया: “कोई सूज़ी की नकल नहीं कर सकता”

White House Cyber Attack:शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले पर सूज़ी वाइल्स का समर्थन किया। उन्होंने कहा,

“उन्होंने फोन हैक कर लिया और सूज़ी की नकल करने की कोशिश की। लेकिन कोई सूज़ी की नकल नहीं कर सकता। सूज़ी जैसी बस एक ही है। वह अद्भुत महिला हैं और वह इस स्थिति को बखूबी संभाल लेंगी।”

FBI की जांच शुरू, AI आधारित स्कैम्स पर चेतावनी

White House Cyber Attack: FBI ने इस घटना पर औपचारिक जांच शुरू कर दी है। हाल ही में FBI ने एक पब्लिक सर्विस एनाउंसमेंट में बताया था कि अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों को निशाना बनाने वाले AI आधारित स्कैम्स लगातार बढ़ रहे हैं।

इन हमलों में स्कैमर्स डीपफेक ऑडियो, फर्जी टेक्स्ट मैसेज और स्पूफ किए गए नंबरों का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि सरकारी सिस्टम और आंतरिक संचार तक पहुंच बनाई जा सके।

FBI डायरेक्टर काश पटेल ने कहा:

“राष्ट्रपति के मिशन को सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों का सुरक्षित संचार करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

AI से जुड़े साइबर हमले: नई चुनौती

White House Cyber Attack: यह मामला उस पिछली साइबर सेंधमारी के बाद सामने आया है जिसमें ईरानी ऑपरेटिव्स ने ट्रंप कैंपेन के अंदरूनी दस्तावेज चुरा लिए थे, जिनमें उपराष्ट्रपति जेडी वांस से जुड़े संवेदनशील डेटा भी शामिल थे।

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि AI का दुरुपयोग अब स्कैम्स में तेजी से हो रहा है, खासकर राजनीतिक हस्तियों को निशाना बनाने में। आवाज की नकल, लेखन शैली की नकल और फोन नंबर स्पूफिंग जैसी तकनीकों ने डिजिटल सुरक्षा को एक नए खतरे के स्तर पर पहुंचा दिया है।

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