नई दिल्ली। टाटा ग्रुप के शेयरों ने लंबे समय में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। कभी ₹10 में मिलने वाला एक शेयर आज ₹5800 के आसपास ट्रेड कर रहा है। खास बात ये है कि यह शेयर एक समय ₹8300 के स्तर को भी छू चुका है। हालांकि, इस साल अब तक इस शेयर में गिरावट देखी गई है और यह 18% टूट चुका है। ऐसे में ट्रेंट (Trent) का यह शेयर अपने रिकॉर्ड हाई से नीचे आ चुका है और अब काफी आकर्षक दाम पर उपलब्ध है।
पिछले 5 सालों में ट्रेंट के शेयर ने 900% का रिटर्न दिया है, जबकि 25 सालों में यह रिटर्न 58,000% तक पहुंच गया। आइए जानते हैं कि ट्रेंट कंपनी क्या काम करती है और इसके शेयरों ने साल दर साल निवेशकों को कितना फायदा पहुंचाया है।
मल्टीबैगर रिटर्न के बाद बड़ी गिरावट
पिछले साल अक्टूबर में ट्रेंट के शेयर ₹8345 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। लेकिन तब से इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है। अप्रैल 2025 में ट्रेंट का शेयर गिरकर ₹4600 तक आ गया था। खास बात ये है कि साल 1999 में ट्रेंट का शेयर सिर्फ ₹10 पर मिल रहा था।
कंपनी ने 29 अप्रैल को मार्च तिमाही के नतीजे घोषित किए, जो ऑपरेशनल फ्रंट पर काफी बेहतर रहे। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹350 करोड़ रहा। इसके साथ ही ट्रेंट ने अपने निवेशकों को ₹5 प्रति शेयर डिविडेंड भी घोषित किया। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने ट्रेंट लिमिटेड के शेयरों पर “Outperform” रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस ₹7000 रखा है।
कंपनी का कारोबार क्या है?
ट्रेंट लिमिटेड, टाटा ग्रुप की रिटेल सेक्टर की कंपनी है, जो मुख्यतः वेस्टसाइड (Westside) और ज़ूडियो (Zudio) नाम से गारमेंट स्टोर्स चलाती है। ट्रेंट लिमिटेड के अनुसार, 31 मार्च 2025 तक कंपनी के पास कुल 1013 स्टोर्स थे, जिनमें से 248 स्टोर्स वेस्टसाइड ब्रांड के हैं और 765 स्टोर्स ज़ूडियो ब्रांड के अंतर्गत आते हैं।
डिस्क्लेमर:
यहां दी गई शेयरों से जुड़ी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी प्रमाणित निवेश सलाहकार से सलाह अवश्य लें।