मंगलवार को भारतीय Stock Market में जोरदार गिरावट देखने को मिली। निफ्टी50 और बीएसई सेंसेक्स – दोनों बेंचमार्क इंडेक्स दिनभर के कारोबार में नीचे लुढ़के। जहां निफ्टी50 एक समय 24,750 के नीचे चला गया, वहीं BSE सेंसेक्स में 1,000 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली।
दिन के अंत में:
निफ्टी 24,826.20 पर बंद हुआ, जो कि 175 अंकों (0.70%) की गिरावट है।
बीएसई सेंसेक्स 81,551.63 पर बंद हुआ, जो कि 625 अंकों (0.76%) की गिरावट है।
दो दिनों की बढ़त के बाद यह गिरावट मुख्य रूप से बैंकिंग, आईटी और ऑटोमोबाइल सेक्टर में बिकवाली की वजह से आई।
क्यों गिरा Stock Market? जानिए 5 बड़ी वजहें:
1.मुनाफावसूली (Profit Booking) की वजह से दबाव
पिछले दो हफ्तों में Stock Market में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी, खासकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीजफायर के बाद। इस दौरान sensex और Nifty में लगभग 4.1% की तेजी आई थी और बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 28.4 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया था।
इस भारी उछाल के बाद निवेशकों ने ऊंचे स्तर पर मुनाफा वसूलना शुरू किया, जिससे बाजार में गिरावट आई।
2.Q4 नतीजे उम्मीद से कमजोर
हालांकि बाजार चढ़ा था, लेकिन निफ्टी50 कंपनियों के चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे मात्र 6% की सालाना बढ़त दिखा पाए।
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की वर्तमान valuation (21-22x) को सपोर्ट करने के लिए और मजबूत कॉर्पोरेट नतीजों की जरूरत है।
कोटक महिंद्रा AMC के फंड मैनेजर अतुल भोले ने कहा, “Q4 की कमाई कमजोर रही है। कई सेक्टर में सिर्फ 5-10% की ही ग्रोथ दिखी है।”
Kotak securities के रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने FY26 और FY27 के कमाई अनुमान में कटौती की बात कही।
3.अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल
अमेरिका के 10-वर्षीय ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड मार्च के अंत से 4.25% से बढ़कर 4.48% हो गई है। इससे ग्लोबल इन्वेस्टर्स ने अमेरिका की ओर रुख किया, जिससे भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश पर असर पड़ा।
2-वर्षीय यील्ड भी अप्रैल में 3.6% से बढ़कर 3.98% पहुंच गई, जिससे विदेशी निवेशक भारतीय शेयरों से दूरी बना रहे हैं।
4.ग्लोबल मार्केट्स की कमजोरी
एशियाई बाजार भी अमेरिकी बाजारों की कमजोरी के चलते नीचे बंद हुए। MSCI एशिया एक्स-जापान इंडेक्स में 0.4% की गिरावट रही।
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा EU ट्रेड डील की डेडलाइन 9 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा से भी बाजारों में अनिश्चितता बनी रही।
- चीन का CSI300: -0.56%
- शंघाई कंपोजिट: -0.33%
- हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्केई 225: -0.15%
5.RBI का डिविडेंड अनुमान से कम
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सरकार को ₹2.69 लाख करोड़ का डिविडेंड दिया, जो पिछले साल से 27% ज्यादा है।लेकिन बाजार को ₹3 लाख करोड़ की उम्मीद थी, इसलिए यह कम रहा।
RBI ने अपनी कंटिंजेंसी रिजर्व रेंज 6-7.5% तक बढ़ा दी है, जिससे डिविडेंड वितरण कम हुआ।
टाटा एसेट मैनेजमेंट के मुरली नागराजन ने कहा, “पिछले 10 दिनों की तेजी के बाद अब बाजार में मुनाफावसूली हो सकती है।”
डिस्क्लेमर:
Stock Market में निवेश जोखिमों से जुड़ा होता है। यहां दी गई राय विशेषज्ञों की है, न कि hcnewss की आधिकारिक राय। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।