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पूर्वोत्तर में बाढ़ का कहर: असम, अरुणाचल, सिक्किम, मणिपुर में हजारों लोगों का रेस्क्यू; अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से की बात | ताजा अपडेट

पूर्वोत्तर में बाढ़ का कहर

पूर्वोत्तर में बाढ़ का कहर:-पूर्वोत्तर भारत में लगातार भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने कई राज्यों में हाहाकार मचा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों के साथ बात की और स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने मणिपुर के राज्यपाल से भी संपर्क किया।

अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, “असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बात की है। इन राज्यों में हो रही भारी बारिश को लेकर स्थिति पर चर्चा की और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।”

पूर्वोत्तर के राज्यों की स्थिति पर एक नजर:

असम


असम में बाढ़ एक स्थायी समस्या बन चुकी है, और इस बार करीब 78,000 लोग प्रभावित हुए हैं। रविवार को भारतीय वायु सेना (IAF) ने असम-अरुणाचल सीमा पर बोमजिर नदी में फंसे 14 लोगों को सुरक्षित निकाला।

राज्य के 15 जिलों में सड़क और रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। लखीमपुर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। ब्रह्मपुत्र नदी लगातार उफान पर है और अब तक 791.32 हेक्टेयर कृषि भूमि डूब चुकी है।

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे बल:

सिक्किम


रविवार को लगातार बारिश ने तीस्ता नदी का जलस्तर काफी बढ़ा दिया। राज्य के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने स्थिति और बिगाड़ दी है।

IMD अलर्ट:

अरुणाचल प्रदेश


अरुणाचल में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और ब्रह्मपुत्र नदी में जलस्तर वृद्धि ने हालात और खराब कर दिए हैं।

त्रिपुरा


राज्य में लगातार दो दिन की बारिश के बाद बाढ़ आ गई। पश्चिम त्रिपुरा जिले में 1,300 परिवार सरकारी राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं।


IMD का अलर्ट:

मणिपुर


मणिपुर में पिछले 48 घंटों में बाढ़ और भूस्खलन ने 3,800 से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है और 883 घरों को नुकसान पहुंचाया है।

निष्कर्ष:


पूर्वोत्तर भारत में मौसम की मार से लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं। राहत कार्य जारी हैं, लेकिन आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकती हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

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