Kisan e-Mitra: अब किसानों के हर सवाल का जवाब देगा ‘किसान-ई-मित्र’ चैटबॉट, जानें इसकी खासियतें

सरकार ने किसानों की मदद के लिए चैटबाट 'किसान-ई-मित्र' लॉंच किया। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली। अब किसानों को मंडी भाव जानने हों, मौसम की जानकारी लेनी हो या फिर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ी अपडेट चाहिए हो — इन सब सवालों का जवाब अब सिर्फ मोबाइल पर मिल जाएगा। किसानों की मदद के लिए सरकार ने ‘किसान-ई-मित्र’ चैटबॉट लॉन्च किया है, जो किसानों को उनके अपने मोबाइल पर ही सही और तुरंत जवाब देगा — वो भी उनकी अपनी भाषा में।
अब किसान अपने सवालों का हल दिन हो या रात, कभी भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें केवल अपने मोबाइल में व्हाट्सएप पर 99915 22222 नंबर सेव करना होगा और उस पर अपना सवाल भेजना होगा। यह चैटबॉट न सिर्फ जवाब देगा, बल्कि संबंधित विषयों पर अतिरिक्त जानकारी भी साझा करेगा।
11 भाषाओं में तैयार किया गया है चैटबॉट
यह एक वॉइस और टेक्स्ट आधारित चैटबॉट है, जो न सिर्फ सवालों के जवाब देता है बल्कि खेती से जुड़ी समस्याओं के हल भी बताता है। यह किसानों के लिए एक गाइड की तरह काम करता है।
इसे केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है और यह हिंदी, बंगाली, मराठी, तमिल समेत 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। यह किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और हर दिन 25 हजार से ज्यादा सवालों के जवाब दे रहा है।
अब तक इस चैटबॉट ने 10 लाख से अधिक सवालों के जवाब दिए हैं। यह चैटबॉट किसानों द्वारा की गई भाषा या स्पेलिंग की गलतियों को भी समझ लेता है, जिससे संवाद आसान हो जाता है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे किसानों को डिजिटल सहायता देने की दिशा में सरकार का AI आधारित बड़ा कदम बताया है।
PM किसान योजना से जुड़े 11 करोड़ किसान
देश में 11 करोड़ से ज्यादा किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े हुए हैं। इस योजना की 20वीं किस्त इसी महीने के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह में आ सकती है। योजना के तहत अगर सभी दस्तावेज सही और अपडेट हों तो किसानों के खाते में हर चार महीने में दो हजार रुपये सीधे ट्रांसफर किए जाते हैं।
इसके लिए अलग से कोई प्रयास नहीं करना होता, लेकिन अगर दस्तावेज सही नहीं हैं, ई-केवाईसी नहीं हुआ है, या आधार बैंक से लिंक नहीं है जैसी तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई किसान भुगतान से वंचित रह जाते हैं। ऐसे किसानों के लिए ‘किसान ई-मित्र’ चैटबॉट एक आसान समाधान बनकर सामने आया है।