9 जून से 13 जून के बीच सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया। कॉमैक्स गोल्ड और MCX गोल्ड फ्यूचर्स दोनों में लगातार 3% की बढ़त दर्ज की गई। खास बात ये रही कि 13 जून को सिर्फ 74 दिनों में सोने की कीमत में 10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का इज़ाफा हुआ। यह इस साल की दूसरी सबसे तेज़ बढ़त है।
6 महीने में दो रिकॉर्ड: सोना ₹1 लाख के पार
इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के चलते सोने की कीमतों में भारी उछाल आया। इसी उछाल के साथ सोने ने बीते 6 महीनों में एक और रिकॉर्ड बना लिया। MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। ये लेवल छूने में सोने को सिर्फ 74 दिन लगे, जबकि इससे पहले ये दूरी सिर्फ 66 दिनों में तय हुई थी।
MCX के अनुसार, पिछले 19 सालों में पहली बार, यानी 5 मई 2006 के बाद, 6 महीनों में दो बार सोने की कीमत ₹10,000 प्रति 10 ग्राम बढ़ी है। अब सवाल है कि आखिर ये तेजी क्यों आई और क्या आगे भी दाम बढ़ेंगे?
74 दिनों में ₹10,000 महंगा हुआ सोना!
एंजल वन लिमिटेड के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रथमेश माल्या के अनुसार, 9 जून से 13 जून के बीच सोने की कीमतों में ज़बरदस्त उछाल आया। Comex और MCX गोल्ड दोनों में लगातार 3% की बढ़त रही। 13 जून को सिर्फ 74 दिनों में ₹10,000 प्रति 10 ग्राम का इज़ाफा हुआ, जो इस साल की दूसरी सबसे तेज़ रफ्तार है।
इस तेजी की वजह है इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव। इससे सोना एक बार फिर सुरक्षित निवेश का प्रमुख विकल्प बन गया है। इसके साथ ही, वैश्विक मंदी की आशंका और अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ विवाद ने भी इस तेजी को हवा दी है। पिछले 20 वर्षों में 16 बार सोने ने पॉज़िटिव रिटर्न दिया है, जिससे इसकी विश्वसनीयता और बढ़ जाती है।
अचानक क्यों बढ़े सोने के दाम?
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटी रिसर्च) मानव मोदी के अनुसार, 13 जून को सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया। भारत में सोना ₹1 लाख के पार और अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब $3,500 प्रति औंस तक पहुंच गया।
इज़राइल द्वारा ईरान पर हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव और बढ़ गया है, जिससे निवेशक एक बार फिर गोल्ड को सुरक्षित निवेश मानने लगे हैं। मानव मोदी ने यह भी बताया कि अमेरिका और ईरान के बीच न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर बढ़ती टेंशन ने भी बाजार में जोखिम बढ़ा दिया है और निवेशक सतर्क हो गए हैं।
क्या सोना और महंगा होगा?
वेंचुरा के कमोडिटी डेस्क हेड और CRM एन.एस. रामास्वामी का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने की चमक और तेज हो सकती है। मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव और जोखिम भरे माहौल ने सोने की मांग को और बढ़ा दिया है। अमेरिकी शेयर बाजार भी इस तनाव के असर से कमज़ोर शुरुआत दिखा रहा है।
अमेरिका-ईरान के बीच लंबे समय से चल रहे टकराव ने भी निवेशकों को गोल्ड की ओर मोड़ा है। यह लगातार चौथा साल है जब ग्लोबल सेंट्रल बैंकों में 1000 मीट्रिक टन से ज़्यादा गोल्ड जमा हो रहा है। ऐसे में सोना वैश्विक अनिश्चितता के बीच मुख्य निवेश साधन बन सकता है।
रामास्वामी के अनुसार, MCX के अगस्त वायदा में सोना ₹99,800 (हाई ₹1,00,403) के स्तर पर है, जो ₹98,900 के सपोर्ट से ₹1,02,000 तक जा सकता है।
13 जून को सोना ₹1 लाख के पार
MCX के अनुसार, 13 जून को सोने ने बड़ी छलांग लगाई और ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार चला गया। MCX पर सोने की शुरुआत ₹99,500 प्रति 10 ग्राम पर हुई, जो पिछले दिन से ₹1,108 या 1.12% अधिक थी। 12 जून को सोने का बंद भाव ₹98,392 प्रति 10 ग्राम था।
शुरुआती ट्रेड में ही सोना ₹1,00,403 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। दोपहर 2 बजे तक यह 1.71% की बढ़त के साथ ₹1,00,079 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न आर्थिक स्रोतों, विशेषज्ञ विश्लेषण और बाजार रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार की गई है। सोने की कीमतें समय, बाजार की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं के अनुसार बदल सकती हैं। निवेश करने से पहले पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित आधिकारिक स्रोतों और वित्तीय सलाहकारों से परामर्श लें।hcnewss.com इस जानकारी की पूर्ण सत्यता की गारंटी नहीं देता।