एयर इंडिया विमान हादसा: गुजरात के अहमदाबाद में हुआ यह विमान हादसा पूरे देश को झकझोर देने वाला रहा है। हादसे में विमान में सवार सभी 242 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल लोगों के मन में यही है — आख़िर इतना बड़ा हादसा हुआ कैसे?
पक्षी टकराने की वजह से नहीं मिल पाई उड़ान के लिए ज़रूरी रफ्तार!
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि टेकऑफ के वक्त विमान से पक्षियों की टक्कर हुई होगी, जिससे उसे उड़ान भरने के लिए आवश्यक गति नहीं मिल पाई और यह दर्दनाक दुर्घटना हो गई।
कैप्टन सौरभ भटनागर ने NDTV को बताया कि हादसे की शुरुआती तस्वीरें देखने से लगता है कि यह कई पक्षियों के एक साथ टकराने का मामला हो सकता है, जिसमें दोनों इंजनों की ताकत खत्म हो गई। उनका कहना है कि उड़ान सामान्य रूप से शुरू हुई थी, लेकिन गियर ऊपर करने से पहले ही विमान नीचे गिरने लगा। यह तभी संभव है जब इंजन की ताकत घट जाए या विमान के ‘लिफ्ट’ में रुकावट आ जाए।
पायलट ने किया था मेडे कॉल
कैप्टन भटनागर ने बताया कि उपलब्ध फुटेज से ऐसा प्रतीत होता है कि विमान ने बिना किसी तकनीकी दिक्कत के उड़ान भरी थी और पायलट ने मेडे कॉल (आपातकालीन संकेत) भेजा था। इसका मतलब है कि विमान गंभीर संकट में था, लेकिन नियंत्रित तरीके से लैंडिंग की कोशिश की गई।
तकनीकी खामी की संभावना बेहद कम
विमानन विशेषज्ञ संजय लाजर का भी कहना है कि यह विमान केवल 11 साल पुराना था, जो कि विमानन मानकों के अनुसार ज्यादा पुराना नहीं माना जाता। उन्होंने कहा कि अगर टेकऑफ के वक्त एक साथ कई पक्षी टकराए होते, तो विमान शायद ही 6-7 मिनट से ज्यादा हवा में रह पाता।
उनका मानना है कि जिस इलाके में यह हादसा हुआ, वह एयरपोर्ट के पास का रिहायशी इलाका है, जहां बड़ी संख्या में पक्षी रहते हैं। हालांकि, वास्तविक कारणों का खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा, लेकिन यह एक अहम वजह हो सकती है।
विमान में कुल 242 यात्री सवार थे
एयर इंडिया ने इस हादसे के बाद आधिकारिक बयान जारी किया है। कंपनी के अनुसार, विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली यात्री सवार थे।
इसके अलावा एयर इंडिया ने मदद के लिए हॉटलाइन नंबर 1800 5691 444 भी जारी किया है।